श्री सिद्ध बाबा बालक नाथ मन्दिर का 4 दिवसीय 42वां वार्षिक उत्सव व भण्डारा

श्री सिद्ध बाबा बालक नाथ मन्दिर का 4 दिवसीय 42वां वार्षिक उत्सव व भण्डारा 2 जून से

टीवी कलाकार गोपाल भारद्वाज, मुकेश इनायत व बलदेव राज पगला करेंगे बाबा का गुणगान : मंदिर में समारोह के लिए भव्य तैयारियां

चंडीगढ़। गत वर्षों की भांति इस वर्ष भी सिद्ध बाबा बालक नाथ जी के मंदिर सैक्टर 29 ए, चण्डीगढ़ का 42 वां वार्षिक उत्सव व भण्डारा 2 जून से 5 जून 2016 तक बहुत श्रद्धा एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है।
श्री सिद्ध बाबा बालक नाथ सेवा मंडल (रजि.) के प्रधान विनोद कुमार चट्ठा व महासचिव कमलेश चंद्र ने आज पत्रकार वार्ता में इस आशय की जानकारी देते हुए बताया कि इस मंगल बेला पर संर्कीतन सम्राट (टी वी) गोपाल कुमार भारद्वाज (राजस्थान), मुकेश इनायत (जालन्धर),  अमरजीत शर्मा एण्ड पार्टी श्री सिद्ध बाबा बालक नाथ सेवा मंडल (जगाधरी वर्कशाप), बलदेव राज पगला, सुनील, ओमिन्द्र (चण्डीगढ़), महिला संकीर्तन मण्डली बाबा बालक नाथ मंदिर, सैक्टर 29-ए चण्डीगढ़ श्रद्धालुओं को अपनी ओजस्वी वाणी से भक्ति रस एवं अमृतमय संर्कीतन परिपूर्ण कथामृत पान कराएंगे।
उन्होंने बताया कि वीरवार दो जून को प्रात: साढ़े पांच बजे मूर्ति स्नान, धूना पूजा व आरती होगी। 3 जून व 4 जून को प्रात: 8 बजे धूना पूजा होगी जबकि 3 जून को प्रात: 10 बजे से 11 बजे से महिला संकीर्तन मंडली की ओर से संकीर्तन होगा।
2 जून व 3 जून को सायं 6 बजे से रात 9 बजे तक गोपाल कुमार भारद्वाज संकीर्तन करेंगे। उसके बाद आरती एवं भंडारा होगा।
गोपाल कुमार भारद्वाज 3 जून व 4 जून को प्रात: 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक भी संकीर्तन करेंगे। शनिवार 4 जून को श्री सिद्ध बाबा बालक नाथ के नाम जागरण की रात का आयोजन रात 9 बजे से प्रात: 4 बजे तक होगा जिसमें बलदेव राज पगला एवं सदस्य रात 9.30 बजे से प्रात: 11.30 तक तथा मुकेश इनायत रात 11.30 से प्रात: 4.00 बजे तक बाबा की महिमा का गुणगान करेंगे।
अंतिम दिन रविवार 5 जून को प्रात: 9 बजे धूना पूजा व 9.30 बजे ध्वाजारोहण होगा। तत्पश्चात 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक बलदेव राज पगला तथा दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक अमरजीत शर्मा एवं सदस्य भजन कीर्तन करेंगे। शाम 4 बजे आरती होगी। इस दिन दोपहर 12.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक अटूट भंडारा चलेगा।
मंदिर के पदाधिकारियों ने बताया कि इससे पहले वार्षिकोत्सव के कार्यक्रम 27 मई को प्रभातफेरी के साथ आरंभ हुए जो तीन दिन सुबह 4.30 बजे आसपास के क्षेत्रों से निकाली गई जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं  ने भाग लिया।
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