व्यापार मंडल का राज्यस्तरीय व्यापारी प्रतिनिधी सम्मेलन

नरवाना - व्यापार मंडल का राज्यस्तरीय व्यापारी प्रतिनिधी सम्मेलन आर्य महाविश्व विद्यालय में हुआ। जिस कार्यक्रम में मुख्यअतिथि अखिल भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय महासचिव व हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रान्तीय अध्यक्ष बजरंग दास गर्ग थे अध्यक्षता समाज सेवी राम निवास सुरजाखेडा ने की इस सम्मेलन में प्रदेश भर के व्यापारी प्रतिनिधियों ने भारी संख्या में भाग लिया।
व्यापार मंडल के प्रान्तीय अध्यक्ष बजरंग दास गर्ग ने उपस्थित व्यापारी प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि व्यापारी व उद्योगपतियों के बिना सलाह किए जल्दीबाजी में 1 जुलाई 2017 से केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली द्वारा देश में जीएसटी लागू करने से देश में व्यापार व उद्योग लगभग 50 प्रतिशत पिछड़ गया है सरकार को देश के व्यापारी व आम जनता के हित में जीएसटी टैक्स प्रणाली कानून में पूरी तरह सरलीकरण करने की जरूरत हैं। जबकि जीएसटी में व्यापारियों को पूरी तरह से जकड़ा गया है व्यापारी ही नहीं वकील, सीए व अकाउंटैन्ट तक रिटर्न भरने के लिए पूरी तरह से परेशान हो रहे हैं। राष्ट्रीय महासचिव बजरंग दास गर्ग ने कहा कि व्यापारी जो भी भारी भरकम जीएसटी टैक्स जमा करवाता है सरकार उस टैक्स का 5 प्रतिशत कमीश्न व्यापारियों को प्रोत्साहन के रूप में कमीश्न देना चाहिए। व्यापारी की दुकान में आग लगाने व किसी प्रकार की अप्रिय घटना होने पर उसे केंद्र व राज्य सरकार की तरफ से पूरा मुआवजा दिया जाना चाहिए।

केंद्र सरकार ने 211 वस्तुओं से जीएसटी कम करना व्यापार मंडल के प्रयासों कि जीत है मगर केंद्र सरकार को 28 प्रतिशत टैक्स का स्लैब खत्म करना चाहिए टैक्स की दरे 5 प्रकार की बजाए टैक्स फ्री के अलावा 2 प्रकार के होने चाहिए। कपड़ा, चिन्नी, खेती में उपयोग आने वाली दवाईयॉं व खाद्ध आदि जैसी वस्तुओं पर पहले टैक्स नहीं था उसे जीएसटी टैक्स के दायरे से बाहर रखा जाए पेट्रोल व डीजल पर टैक्स कम करके उसे जीएसटी के दायरे में लाया जाए। जबकि केंद्र सरकार ने 5 व 12.5 प्रतिशत टैक्स वाली वस्तुओं को तो 28 व 18 प्रतिशत जीएसटी लगा दिया है जिस पेट्रोल व डीजल पर वेटकर व अक्साइज ड्यूटी लगभग 57 प्रतिशत टैक्स है उसे जीएसटी के दायरे में नहीं लिया जो उचित नहीं हैं। जीएसटी लगने के बाद मार्केट फीस (मंडी टैक्स) नहीं होना चाहिए(मंडी टैक्स) खत्म किया जाए। व्यापारी कोई चोर व लुटेरे नहीं हैं। जिस पर सजा का कानून बनाया गया है जीएसटी में सजा का कानून हटाया जाए। राष्ट्रीय महासचिव बजरंग दास गर्ग ने कहा कि व्यापारी सम्बधित विभाग के अधिकारी अपने निजी स्वार्थ के लिए व्यापारियों को दोनों हाथों से लुटने में लगे हुए हैं। यहां तक की रोड़ चैकीग के नाम पर रास्ते में व्यापारी, किसान व आम जनता का समान रोेक-रोक उन्हें नाजायज तंग किया जा रहा हैं। यहां तक कि सरकारी अधिकारी सेवा शुल्क लेना तो अपना जन्म सिद्ध अधिकार समझते है सरकार ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ संख्त से संख्त कारवाही करनी चाहिए। किसी अधिकारी ने अपने निजी स्वार्थ के लिए किसी व्यापारी को तंग किया तो उसे बक्शा नहीं जाएगा। जो अधिकारी रूपये खाने के चक्कर में सरकार को बदनाम करने में लगे हुए हैं। इस सम्मेलन में व्यापारी प्रतिनिधियों ने व्यापार मंडल के प्रान्तीय अध्यक्ष बजरंग दास गर्ग को शाल ओढ़ाकर व फूल माला से समान्त्रित किया गया। इस सम्मेलन को सिरसा जिला प्रधान हीरा लाल शर्मा, पानीपत जिला प्रधान लक्ष्मी नारायण गुप्ता, यमुनानगर जिला प्रधान राजेश सेठ, हिसार एन के गोयल, अशोक बंसल, टोहाना प्रधान राजेन्द्र ठकराल, भिवानी प्रधान नरेश गर्ग, अम्बाला प्रधान निरू बठेरा, जिन्द जिला प्रधान इश्वर बंसल, पीलूखेड़ा सुशील जैन, सफिदों हिमलेश जैन, कैथल जिला प्रधान श्रवन गर्ग, पुण्डरी प्रधान दिवेन्द्र उप्पल, पंचकुला युवा प्रभारी राहुल गर्ग, प्रदेश प्रचार राजेन्द्र गुप्ता अमरबडिया, प्रदेश महासचिव अनिल आर्य, नरवाना प्रधान नरेश जैन, प्रदेश सचिव रमेश गर्ग, बरवाला प्रधान जय नारायण राजलीवाला, लाड़वा विकास गोयल, झझार प्रधान नरेन्द्र धनड़ड, प्रदेश उपप्रधान केवल खरबन्द्र जगादरी, संरक्षक कैलाश सिंगला, प्रदेश संगठन मंत्री भारत भूषण गर्ग, राजेन्द्र बंसल, अयल मित्तल, नरवाना महासचिव सुभाष सिंगला, प्रदेश प्रचार सचिव राज कुमार गोयल जिन्द, अग्रवाल विकास ट्रस्ट के प्रदेशाध्यक्ष पारश मित्तल, बंटी गोयल, उचाना मंडी प्रधान बलराज शर्मा, नरेन्द्र सचदेवा, गुडगावा बबलू गुप्ता आदि व्यापारी प्रतिनिधियों ने अपने विचार रखे।
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