रोहतक में पहला एमएसएमई प्रौद्योगिकी केंद्र स्थापित किया गया, प्रवेश शुरू

सूक्ष्म लघु और माध्यम उद्यम मंत्रालय भारत सरकार और विश्व बैंक की सहायता से प्रमुख प्रौद्योगिकी केंद्र प्रणाली कार्यक्रम टीसीएसपी के तहत रोहतक में स्थापित इस केंद्र में युवाओं के लिए रोजगार परक पाठयक्रमों में प्रवेश शुरू हो चुके हैं
उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि रोहतक में 100 करोड़ से अधिक की लागत से हरियाणा राज्य का पहला एमएसएमई प्रौद्योगिकी केंद्र स्थापित किया गया है। इसमें 3 महीनें तक के कम अवधि और 1 वर्ष से लंबी अवधि तक के पाठयक्रम शुरू किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि इस प्रौद्योगिकी केंद्र द्वारा हरियाणा के नवयुवकों का कौशल विकास करके उन्हें रोजगारपरक प्रशिक्षण देकर रोजगार के अवसर प्रदान करना है। इस केंद्र का उद्देश्य यह भी है कि युवकों का एंटरप्रेन्योर बनाने में मदद की जाए। यह केंद्र प्रौद्योगिकी क्षेत्र में एमएसएमई उद्योगों के विकास के लिए भी सहायता प्रदान करेगा।
उन्होंने बताया कि इस केंद्र में 3 महीने से 1 वर्ष तक का मध्यम अवधि पाठयक्रम तथा 1 वर्ष का लंबी अवधि का पाठयक्रम भी आरंभ किया गया हैं। इनमें सीएनसी मशीनिंग दल, डिजाइनिंग एडवांस, मशीनिंग सीएनसी टर्निंग, मीनिंग फिटर एंड रिवर मशीनिस्ट टूल रूम टूल एंड डाई मेकिंग इत्यादि सहित अन्य तरह के करीब 21 कोर्स शुरू किए गए हैं। इसके लिए इच्छुक नवयुवक इस केंद्र से कार्य दिवस में प्रातः 9:00 से सायः 5:00 बजे तक जाकर संपर्क कर सकते हैं।
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