वर्षो से जो आग दबी थी उसको जलाया है । बिलकुल सही रास्ता अबकी सेना ने अपनाया है। पाकिस्तान की सभी गुस्ताखियों को हिदोंस्तान माफ करता रहा। आंतकवादी किसी के सगे नही होते । सीमाओं पर आंतकवादियो का जमा होना दोनों देशों के लिये खतरा है । किसी को तो सख्त कदम उठाना ही पड़ेगा । कल जब सब्र का बाधं टुट गया तो ये कदम उठाना ही पडा । भारतीय सेना को सर्जिकल स्ट्राइक करना पडा। जिस में कई आंतकवादी मौके पर ही मार गिराए गए । पाकिस्तान इस हमले से तिलमिलाया हुआ है लेकिन अभी तक चुप्पी साधे हुए है । कही ना कही उस को भी भारतीय सेना का ये कदम सही लगा होगा । लेकिन सच को मानना इतना आसान नही होता ।