योगेन्द्र
यादव (अध्यक्ष स्वराज इंडिया) ने बयान जारी कर कहा कि हरियाणा विधानसभा के
चुनाव नतीजे राज्य में भयानक बेरोजगारी व किसानी-खेती की बदहाली के खिलाफ
युवा व किसान का साफ आवाज में सुनाया गया फैसला है। उन्होंने कहा कि भाजपा
सरकार व उसके नेता बेशर्मी से किसानों से झूठ बोल रहे थे कि सरसों व बाजरा
का दाना-दाना एम एस पी पर खरीदा गया। बेरोजगारी में हरियाणा टॉप पर था मगर
इसका हल निकालने की चिंता करना या रास्ता सुझाना तो दूर, बेरोजगारी के
तथ्य को स्वीकार करने को भी तैयार नहीं थी।
योगेन्द्र
यादव ने कहा कि स्वराज इंडिया ने 9 सितम्बर 2019 को करनाल में आयोजित
"बेरोजगारी पर खुली बहस" के बाद लिए अपने संकल्प का निर्वाह करते हुए
राज्य में बेरोजगारी व खेती-किसानी की बदहाली को राजनीतिक विमर्श के केंद्र
में लाने का काम किया और जनता ने इन्हीं मुद्दों को केंद्र में रखकर खुद
विपक्ष की भूमिका का निर्वाह किया और भाजपा के खिलाफ निर्णय सुनाया।