सरकार को बंद पड़े उद्योग को उनके खर्चों के हिसाब से पूरा मुआवजा दे - बजरंग गर्ग

चण्डीगढ़ - हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व अखिल भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय महासचिव बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार द्वारा नए-नए तुगलकी फरमान जारी करके 18 दिनों से लगभग 50,000 फैक्ट्रियों को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आदेशों से बंद किया हुआ है। जिससे उद्योगपतियों को लगभग अब तक 500 करोड रुपए का नुकसान हो चुका है। उद्योग बंद होने से लाखों कर्मचारियों को रोजगार का संकट आ गया है वहीं सरकार द्वारा हर रोज दो-दो दिन बढ़ाकर अब उद्योगों को 14 नवंबर तक बंद रहने के आदेश दिए हैं। । प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार प्रदूषण रोकने में नाकाम होने पर अपनी विफलता को छुपाने के लिए फैक्ट्रियों को बंद किया गया है। जबकि प्रदूषण फैक्ट्रियों से नहीं सड़कों पर चलने वाले वाहनों से हो रहा है। उद्योगपति तो प्रदूषण बोर्ड की सारी कागज कार्रवाई करने के बाद ही अपने उद्योग चलाता है। ऐसे में उद्योगों को बंद करना प्रदेश के उद्योगपति व कर्मचारियों के साथ ज्याती है। इसे किसी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा। अगर सरकार तुरंत प्रभाव से बंद पड़े उद्योग को चालू नहीं किया तो हरियाणा का उद्योगपति, व्यापारी व कर्मचारी सरकार की तानाशाही नीतियों के खिलाफ काम धंधे बंद करके सड़कों पर आ जाएगा। जबकि पानीपत में छोटी-बड़ी लगभग 20000 फैक्ट्रियां बंद, फरीदाबाद में 7000, बहादुरगढ़ में 4000, सोनीपत जिले में 1100 आदि जिलों में ऐसे बंद पड़ी है। प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि देश व प्रदेश में पहले ही भारी मंदी के कारण व्यापार व उद्योग धंधे चौपट हो गए हैं। जिसके कारण देश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह चमाई हुई है। ऊपर से उद्योगों को बंद करके सरकार प्रदेश में बेरोजगारी को बढ़ावा देने में लगी हुई है। जबकि सरकार को प्रदूषण खत्म करने के फैक्ट्रियां बंद करने की बजाएं कारगर उठाने चाहिए।
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